25जनवरी से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है, जो कि 3 फरवरी को पूर्ण होगी। 10 दिनों की इस नवरात्रि में 7 शुभ योग रहेंगे। जिनमें खरीदारी, लेन-देन और विवाह जैसे मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे। इन शुभ मुहूर्त के साथ बसंत पंचमी पर्व भी रहेगा। जिसके कारण नवरात्रि और भी खास हो गई हैं। शुभ मुहूर्तों में रवियोग, द्विपुष्कर योग, सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग रहेंगे। जिनमें किए गए काम सिद्ध होते हैं। वहीं इन दिनों में चंद्रमा जब कुंभ और मेष राशि में रहेगा तब मंगल एवं बृहस्पति की दृष्टि चंद्रमा पर रहेगी। जिससे महालक्ष्मी और गजकेसरी योग का फल भी लोगों को मिलेगा।
कब कौन से शुभ योग
25 जनवरी: सर्वार्थसिद्धि योग
26 जनवरी: द्विपुष्कर योग
28 जनवरी: रवियोग
29 जनवरी: रवियोग
30 जनवरी: सर्वार्थसिद्धि और रवियोग
31 जनवरी: सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि और रवियोग
03 फरवरी: रवियोग
गुप्त नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें
गुप्त नवरात्रि में करें दुर्गासप्तशती का पाठ
गुप्त नवरात्रि में अधिकांश साधक देवी की आराधना कर अधिक से अधिक लाभ-पुण्य कमाने का प्रयास करते हैं। गुप्त नवरात्रि के दिन तंत्र-मंत्र सिद्धि के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन माने गए हैं। कई साधक इन दिनों में दसों महाविद्याओं की साधना भी करते हैं। इनसे न केवल स्वयं के जीवन की परेशानियों का अंत होता है, बल्कि वे दूसरों की भलाई के काम भी कर सकते हैं।
गृहस्थ साधक जो सांसारिक वस्तुएं, भोग-विलास के साधन, सुख-समृद्धि और निरोगी जीवन पाना चाहते हैं उन्हें इन नौ दिनों में दुर्गासप्तशती का पाठ करना चाहिए। गुप्त नवरात्रि में मानसिक पूजा की जाती है। माता की आराधना मनोकामनाओं को पूरा करती है।

एक टिप्पणी भेजें